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नायब तहसीलदार ने महिला अफसर से की थी रेप की कोशिश? DM की जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक महिला अधिकारी का अपने ही समकक्ष अधिकारी पर लगाए गए सनसनीखेज आरोप के मामले में अब नया मोड़…

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक महिला अधिकारी का अपने ही समकक्ष अधिकारी पर लगाए गए सनसनीखेज आरोप के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. महिला नायब तहसीलदार के उन सभी आरोपों पर पूर्ण विराम लग गया है, जिसमें उन्होंने अपने साथी अधिकारी नायब तहसीलदार श्याम शुक्ला पर दिवाली के दिन उनके आवास में जबरन घुसकर रेप की कोशिश करने और नाकाम होने पर हत्या करने की बात कही थी.

जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

शासन को भेजे गए विशाखा की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें आरोपी नया तहसीलदार घनश्याम शुक्ला और पीड़ित नायब तहसीलदार के बीच पक रही खिचड़ी में एक नए किरदार की बात सामने आई. जिला प्रशासन की रिपोर्ट में यह साफ है कि महिला नायब तहसीलदार के द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है और उनका किसी अन्य व्यक्ति से चक्कर चल रहा है, जो घटना के दिन महिला नायब तहसीलदार के आवास पर ही मौजूद था.

तीसरा शख्स भी था मौजूद

इस प्रकरण में विशाखा की रिपोर्ट सामने आने के बाद शासन-प्रशासन और समाज की नजर में दोषी बन चुके नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को जरूर थोड़ी राहत मिली है. महिला नायब तहसीलदार के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद शासन के निर्देश पर डीएम अंद्रा वापसी ने इस पूरे प्रकट की जांच के लिए तीन महिला अधिकारियों की एक टीम गठित की. विशाखा की टीम ने इस मामले की गहनता से जांच शुरू की.

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इस टीम में एक डीएसपी रैंक की अधिकारी सहित दो प्रशासनिक महिला अधिकारी शामिल थी, जिन्होंने महिला नायब तहसीलदार के द्वारा लगाए गए आरोपों की जनता से छानबीन की. जिसके बाद टीम ने डीएम को प्रेषित रिपोर्ट में बताया कि घटना के दिन महिला नायब तहसीलदार के आवास पर एक अन्य व्यक्ति भी था, जिसकी आहट सुनकर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला उनके घर गए थे, जहां अनजान युवक उन्हें देखते ही मौके से रफूचक्कर हो गया.

जांच टीम का कहना है कि दोनों नायब तहसीलदार का आवास अगल-बगल है. इस वजह से दोनों अधिकारियों के बीच अच्छी दोस्ती भी है और दिवाली के दिन दोनों अधिकारी साथ में एक रेस्टोरेंट में खाना भी खाए थे।. उसी दिन रात में महिला नायब तहसीलदार के व्हाट्सएप से नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को कई बार फोन भी गया था, जिसमें मजिस्ट्रेट घनश्याम शुक्ला को महिला नायब तहसीलदार के फोन से किसी पुरुष के द्वारा धमकी भी दी गई थी. इसी बात की तस्दीक करने के लिए मजिस्ट्रेट घनश्याम शुक्ला महिला नायब तहसीलदार के आवास पर पहुंचे थे, जहां उन्हें देखते ही वहां मौजूद एक अनजान व्यक्ति मौके का फायदा उठाकर भाग गया.

आरोपी अफसर पर दर्ज कराए गए FIR को बताया गलत

वहीं, विशाखा की जांच टीम में शामिल अधिकारियों को महिला नायब तहसीलदार ने बताया कि देर रात में उनके आवास पर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला जबरन आए और उनके साथ रेप करने की कोशिश की. इतना ही नहीं, रेप में नाकाम होने पर उनकी हत्या का प्रयास किया गया. इन सभी आरोपों को लेकर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला के खिलाफ महिला नायब तहसीलदार ने कोतवाली में कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है. मगर शासन को भेजी गई विशाखा की इस रिपोर्ट से दोनों पुरुष और महिला नायब तहसीलदार के बीच में एक अन्य किरदार का नाम सामने आना ढेरों सवाल खड़े कर रहा है कि आखिर सच क्या है.

विशाखा की जांच रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि महिला नायब तहसीलदार बस्ती से पहले बलरामपुर जिले में तैनात थी और अक्सर बलरामपुर जिले के रहने वाले शुभम श्रीवास्तव नाम के किसी व्यक्ति के द्वारा मजिस्ट्रेट घनश्याम शुक्ला को धमकी भरे फोन आया करते थे कि तुम महिला नायब तहसीलदार से दूर रहो वरना बुरा अंजाम होगा.

महिला अफसर ने सीएम से लगाई थी गुहार

महिला नायब तहसीलदार ने आज एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला की तत्काल गिरफ्तार की मांग की है. बस्ती जिलाधिकारी के नेतृत्व में विशाखा की जांच रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला पाक साफ है और महिला नायब तहसीलदार की छवि ठीक नहीं है.

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