Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में इस साल का सबसे बड़ा बिजली संकट सामने आ गया है. बता दें कि 24000 मेगावाट की डिमांड पर बिजली की उपलब्धता में 4000 से 4500 मेगावाट की कटौती हो रही है, जिससे बिजली संकट पैदा हो गया है. प्रदेश की चार उत्पादन इकाइयों में रविवार शाम गड़बड़ी आ गई है. दो इकाइयों में बॉयलर में गड़बड़ी आई है तो एक इकाई में अन्य तकनीकी खराबी बताई जा रही है.
यूपी का सबसे बड़ा बिजली संकट आया सामने
6 बिजली उत्पादन गृहों से लगभग 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन ठप होने से राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली का संकट खड़ा हो गया है. उपलब्धता घटने से गांव को जहां रात में रोस्टर 18 घंटे में 5 घंटे बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. केवल 13 घंटा बिजली मिल रही है, वहीं कस्बों और बुंदेलखंड क्षेत्र को भी तय शेड्यूल के अनुसार 3 से 3.5 घंटे बिजली नहीं मिल रही है. इसकी वजह उत्पादन इकाई का बंद होना और सितम्बर से बैंकिंग को बिजली जो मिल रही थी. उसके पूर्ति के लिए कोई इंतजाम ना किया जाना है.
कटौती शुरू, बढ़ेगी बिजली की किल्लत
मेजा, बारा व टाडा से 660-660 मेगावाट, अनपारा ए से 210, हरदुआगंज से 110 तथा रोजा से 300 मेगावाट बिजली की उपलब्धता घटी है. इस बीच आपदा के चलते सिक्किम के पावर प्लांट से भी लगभग 250 मेगावाट बिजली न मिलने से प्रदेश में तकरीबन 4500 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है, जो कटौती के रूप में देखी जा रही है.