+

पुलिस को मिली कॉल, बवाना से हरदोई जा रही शाइस्ता, बस का घंटों किया पीछा पर नतीजा रहा शून्य!

Shaista Parveen News: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पुलिस लगातार इस मामले में अपनी कार्रवाई कर रही है. आपको बता दें कि इस हत्याकांड के कई आरोपियों की अब तक मौत हो चुकी है. मगर उमेश पाल हत्याकांड की आरोपी और माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन अभी भी पुलिस की […]
featuredImage

Shaista Parveen News: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पुलिस लगातार इस मामले में अपनी कार्रवाई कर रही है. आपको बता दें कि इस हत्याकांड के कई आरोपियों की अब तक मौत हो चुकी है. मगर उमेश पाल हत्याकांड की आरोपी और माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. 50 हजार रुपये की इनामिया शाइस्ता को लेकर कई खुलासे तो हो रहे हैं, मगर पुलिस अभी तक उसे पकड़ने में सफलता हासिल नहीं कर पाई है. इस बीच शाइस्ता को लेकर एक और खुलासा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार, शाइस्ता परवीन के नाम से दिल्ली पुलिस की पीसीआर को रक कॉल मिला, जिसके बाद हड़कंप मच गया. खबर में आगे विस्तार से जानिए पूरा मामला.

दिल्ली पुलिस को मिली कॉल पर शाइस्ता की लोकेशन!

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर अतीक की पत्नी शाइस्ता को लेकर दिल्ली पुलिस को एक कॉल मिली. कॉल करने वाले शख्स ने जानकारी देते हुए बताया कि शाइस्ता दिल्ली के बवाना से यूपी के हरदोई की तरफ जाने वाली बस में सफर कर रही है. इतना ही नहीं कॉल करने वाले शख्स ने प्राइवेट बस का नंबर भी पुलिस को शेयर किया था. शाइस्ता के लोकेशन की जानकारी मिलने पर पुलिस ने बस का घंटों तक पीछा किया. इसके बाद बस मिलने पर पुलिस ने उसे रोका और जब छानबीन की गई तो शाइस्ता उसमें नहीं मिली. फिर एक बार पुलिस शाइस्ता को पकड़ते-पकड़ते रह गई.

48 घंटे के भीतर हुई थी शाइस्ता के पति और बेटे की मौत

गौरतलब है कि 15 अप्रैल को माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. यह वारदात तब घटी, जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी. ध्यान देनी वाली बात यह है कि अतीक की हत्या उस दिन हुई, जिस दिन उसके तीसरे नंबर के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. दरअसल, उमेश पाल मर्डर केस में 5 लाख रुपये का इनामिया असद फरार चल रहा था, जिसका 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर कर दिया था. इन सब से इतर आज बात अतीक से जुड़े एक एक किस्से की करते हैं.

 

Whatsapp share
facebook twitter