मैनपुरी के सूरज तिवारी से सिविल सेवा के इंटरव्यू में पूछा गया मुलायम से जुड़ा सवाल तो दिया ये जवाब

हर्ष वर्धन

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UPSC Result 2022: वो कहते हैं न कि हालात कैसे भी हों, अगर इंसान अपने मन में कुछ करने की ठान ले तो फिर उसे कोई भी नहीं रोक सकता. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मैनपुरी के रहने वाले सूरज तिवारी ने. आपको बता दें कि 2017 में एक हादसे के दौरान अपने दोनों पैर और एक हाथ गंवाने वाले सूरज तिवारी ने मंगलवार को जारी UPSC-2022 के परिणाम में 971वीं रैंक हासिल की. इस बीच यूपी तक सूरज तिवारी से खास बातचीत की है. इस दौरान सूरज ने हमें बताया कि उनसे UPSC के इंटरव्यू के दौरान कौन-कौन से सवाल पूछे गए थे. आइए खबर में आगे विस्तार से जानते हैं सूरज से क्या-क्या पूछा गया था.

सूरज ने बताया कि सबसे पहला सवाल उनसे उनके शहर मैनपुरी के बारे में पूछा गया था. बकौल सूरज, रशियन लेंग्वेज में उन्होंने ग्रेजुएशन व मास्टर्स की है और इससे संबंधित उनसे सवाल पूछे गए थे. साथ ही रशिया-यूक्रेन वॉर के बारे में भी उनसे सवाल हुए थे.

जब इंटरव्यू में हुआ मुलायम सिंह यादव का जिक्र

सूरज ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में उनके इलाके के प्रसिद्ध नेता के बारे में सवाल पूछा गया था. सूरज के अनुसार, जवाब में उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का नाम लिया था. सूरज ने इंटरव्यू बोर्ड को मुलायम सिंह यादव के संघर्ष का जिक्र करते हुए बताया था कि वह सांसद, विधायक, मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. गौरतलब है कि बीते साल लंबी बीमारी के चलते मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था.

जब सवाल के जवाब में फंस गए थे सूरज

सूरज ने बताया कि इंडियन इकोनॉमी से संबंधित एक सवाल के जवाब में वह फंस गए थे. उत्तर नहीं पता होने के चलते उन्होंने कहा था, ‘सॉरी मेम.’ वहीं, सूरज ने यह भी बताया कि उनकी जिंदगी और उनके साथ हुए हादसे के बारे में भी उनसे सवाल पूछे गए थे.

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सूरज ने दिए ये टिप्स

UPSC की तैयारी कर रहे युवाओं को संदेश देते हुए सूरज ने कहा कि जीवन में कठिनाइयां जरूर आएंगी, लेकिन हार नहीं माननी है. उन्होंने कहा कि हार बिल्कुल भी नहीं माननी है, क्योंकि जब तक जान है, तब तक जहां है.

18-20 घंटे तक पढ़ाई करते थे सूरज

मिली जानकारी के अनुसार, UPSC की परीक्षा में सफलता पाने के लिए सूरज 18 से 20 घंटे तक पढ़ाई करते थे और उसमें भी सूरज ने ये सफलता बिना किसी कोचिंग के प्राप्त की है. सूरज एक माध्यम वर्गीय परिवार से हैं. इनके पिता राजेश तिवारी एक टेलर हैं और उनकी एक छोटी सी सिलाई की दुकान कुरावली में है.

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