
Ayodhya News: अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही के साथ दरिंदगी मामले में नया अपडेट सामने आया है. बता दें कि बुधवार को इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई हुई. इसमें कोर्ट ने पुलिस रिपोर्ट और विवेचना पर संतोष जताया. शासकीय अधिवक्ता एके सण्ड ने कोर्ट को जानकारी दी कि पांच डॉक्टरों की टीम ने पीड़िता का परीक्षण किया. पीड़िता का मजिस्ट्रेट ने 12 सितंबर को 164 का बयान भी दर्ज किया है. बता दें कि अब इस मामले में अब 9 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी.
उन्होंने आगे बताया, “केस डायरी के साथ जो भी आख्या थी उसके साथ एसटीएफ के डिप्टी एसपी रमेश कुमार शुक्ला, डिप्टी एसपी जीआरपी संजीव शुक्ल सिन्हा और इंवेस्टिंग ऑफिसर वेद प्रकाश श्रीवास्तव कोर्ट में पेश हुए. कोर्ट ने इन तीनों से अलग-अलग तरीके से गहन पूछताछ की और कोर्ट इनसे सन्तुष्ट दिखी. कोर्ट में बताया गया कि इसमें किसी अभियुक्त की पहचान नहीं की जा सकी है. रेलवे कंपार्टमेंट से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों की तलाश की जा रही है और घटना स्थल का भी पता लगाया जा रहा है.”
जानिए पूरा मामला क्या है?
बीते 29 अगस्त की सुबह 4:00 बजे अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया जब सरयू एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सीट के नीचे महिला हेड कॉन्स्टेबल खून से लथपथ पड़ी मिली. जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे तो महिला हेड कॉन्स्टेबल के कपड़े अस्तव्यस्त थे. सीट के नीचे खून पड़ा था, चेहरे से खून से रिस रहा था. आनन-फानन में महिला कॉन्स्टेबल को लखनऊ केजीएमसी में भर्ती कराया गया. 6 दिन बाद डॉक्टरो ने ऑपरेशन कर महिला कॉन्स्टेबल को तो बचा लिया लेकिन अभी वह बोलने की स्थिति में नहीं है.
ट्रेन के अंदर महिला कॉन्स्टेबल के ऊपर हुए इस जानलेवा हमले की घटना से हड़कंप मचा तो एसपी जीआरपी पूजा यादव, CO जीआरपी संजीव सिन्हा लगातार मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच सुराग तलाश रहे हैं, कैंप कर रहे हैं.
अब तक की तफ्तीश में पता चला है कि 29 अगस्त को प्रयागराज से चलकर मनकापुर तक आने वाली सरयू एक्सप्रेस पर सुमित्रा पटेल शाम 6.45 बजे फाफामऊ स्टेशन से चढ़ी थीं. ट्रेन करीब 12:00 बजे अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंची जहां सुमित्रा पटेल को उतरना था क्योंकि सुमित्रा पटेल की हनुमानगढ़ी पर मेला में ड्यूटी लगाई गई थी. देर रात होने के चलते आशंका जताई जा रही कि महिला कांस्टेबल की नींद लग गई और वह 1:00 बजे सरयू एक्सप्रेस से मनकापुर स्टेशन पहुंच गईं. चूंकि ट्रेन एक घंटा यार्ड में रुकने के बाद वापस अयोध्या आती है लिहाजा स्टेशन छूटने के चलते महिला कॉन्स्टेबल मनकापुर स्टेशन पर ट्रेन में ही रुकी रहीं, 1 घंटे बाद मनकापुर से सरयू एक्सप्रेस 3.05am पर चलती है और 3.45 पर अयोध्या स्टेशन पहुंची थी.
अयोध्या स्टेशन पर ही जीआरपी को सूचना मिलती है कि ट्रेन की जनरल बोगी में सीट के नीचे बहुत खून पड़ा है. पुलिसकर्मी ट्रेन के अंदर जाते हैं तो महिला कॉन्स्टेबल को बुरी तरीके से जख्मी हालत में बाहर निकल कर लाते हैं.
अब तक की तफ्तीश में पता चला है कि 43 वर्ष महिला कॉन्स्टेबल सुमित्रा पटेल 1998 बैच की सिपाही हैं. स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुई सुमित्रा पटेल प्रयागराज के भदरी सोरांव इलाके की रहने वाली हैं, जहां वह अपने दो भाइयों के साथ रहती हैं.