Meerut news: चाहे दौर कोई भी हो, सरकार किसी भी पार्टी की हो, महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं. मगर अब महिलाओं को सशक्त करने के लिए मेरठ में एक खास इन्नोवेशन हुआ है. दरअसल, छेड़खानी और रेप जैसी घटनाओं को देखते हुए मेरठ के एमआईईटी कॉलेज में एक इन्नोवेटर ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक वूमेन पावर हथियार बनाया है. इस हथियार का नाम ‘एंटी रेप बम’ रखा गया है.
आपको बता दें कि वाराणसी के रहने वाले श्याम चौरसिया ने इस बम को बनाया है. श्याम वाराणसी स्थित आर्यन इंटरनेशनल स्कूल में इन्नोवेशन टीचर हैं. श्याम ने ‘एंटी रेप बम’ को मेरठ स्थित एमआईईटी कॉलेज के अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर में तैयार किया है.
इस टेक्नोलॉजी से बनाया गया है ‘एंटी रेप बम’
यह डिवाइस दिखने में बिलकुल हैंड ग्रेनेड जैसा है जो छेड़खानी करने वाले मनचलों को सब सिखने में सक्षम है. फाइवर प्लास्टिक से बने इस वूमेन सेफ्टी ग्रेनेड को वायरलेस डिस्टेंस सेंसर टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है.
ऐसे किया जाएगा इसे इस्तेमाल
जरुरत पड़ने पर मुसीबत में फंसी महिला को बस ये ग्रेनेड निकलना है और पिन को निकाल कर फेक देना है. महिला के हाथ से ग्रेनेड गिरते ही या फेंकते ही लोकेशन के साथ लोकल पुलिस और परिवार के सदस्यों को कॉल चला जाएगा. इस टेक्नोलॉजी की मदद से बिना मोबाइल फोन के परिवार के सदस्यों को इमरजेंसी में कॉल किया जा सकेगा.
श्याम ने बताया, “हमारा डिवाइस पूरी तरह से स्वदेसी है. इसमें किसी भी तरह के चाइनीज पार्ट्स यूज नहीं किए गए हैं.’
श्याम अपने इस सेफ्टी डिवाइज को मेक इन इंडिया के तहेत बाजार में लाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने पीएमओ को चिठ्ठी भी लिखी है. इसे बनाने में 15 दिनों का समय लगा है और 900 रूपये का खर्च आया है.
इन सब चीजों की मदद से बना है ‘एंटी रेप बम’
आपको बता दें कि इस डिवाइस को बनाने में- जर्किंग सेंसर, रडियो ट्रांसमिटर, जीएसएम मॉड्यूल, एंडीकैटर, कॉइन बैटरी 3 वोल्ट, रिले 3 वोल्ट का इस्तेमाल किया गया है.
गौरतलब है कि श्याम को महिला सुरक्षा के लिए विज्ञान के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नेशनल यूथ आइकॉन पुरस्कार मिल चुका है.