
New Parliament Building Inauguration: विपक्ष के 19 दलों ने संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का बुधवार को सामूहिक रूप से बहिष्कार करने का ऐलान किया है. ऐलान करने वालों में यूपी की मुख्या विपक्षी समाजवादी पार्टी भी शामिल है. इसी को लेकर बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि ‘जहां सत्ता का अभिमान हो परंतु विपक्ष का मान नहीं, वो सच्ची संसद हो ही नहीं सकती, उसके उद्धाटन में क्या जाना.’ अखिलेश के ट्वीट से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि संसद के नए भवन के उद्घाटन में सपा का कोई सांसद नहीं जाएगा. वहीं, खुद अखिलेश यादव इसलिए नहीं जा सकते क्योंकि वर्तमान में वह सांसद नहीं है. दरअसल, करहल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अखिलेश ने अपनी सांसदी छोड़ दी थी.
सपा चीफ ने कहा,
“भाजपाईयों द्वारा संसद के दिखावटी उद्धाटन से नहीं, बल्कि वहां पर लिखे ‘श्लोकों’ की मूल भावना को समझकर, सभी को सुनने व समझने का बराबर अवसर देना ही सच्ची संसदीय परंपरा है. जहां सत्ता का अभिमान हो परंतु विपक्ष का मान नहीं, वो सच्ची संसद हो ही नहीं सकती, उसके उद्धाटन में क्या जाना.” इसके साथ ही अखिलेश ने एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें श्लोक लिख रहा है.”
भाजपाईयों द्वारा संसद के दिखावटी उद्धाटन से नहीं, बल्कि वहाँ पर लिखे ‘श्लोकों’ की मूल भावना को समझकर, सभी को सुनने व समझने का बराबर अवसर देना ही सच्ची संसदीय परंपरा है। जहाँ सत्ता का अभिमान हो परंतु विपक्ष का मान नहीं, वो सच्ची संसद हो ही नहीं सकती, उसके उद्धाटन में क्या जाना। pic.twitter.com/mytLLuLKJo
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 24, 2023
किन-किन पार्टियों ने किया है बहिष्कार का ऐलान?
आपको बता दें कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) और राष्ट्रीय लोकदल ने संयुक्त रूप से बहिष्कार की घोषणा की है.