Lucknow News Hindi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राजनीतिक रूप से दो अलग-अलग राज्य को सकते हैं, लेकिन उनकी आत्मा एक ही है.
बता दें कि पर्वतीय महापरिषद की ओर से पंडित गोविंद वल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में आयोजित उत्तरायणी कौथिक (मेला) के समापन समारोह को सीएम योगी ने संबोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि उत्तराखंड में गंगा का पानी गंगासागर तक तभी पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पहाड़ियों से होकर पानी नीचे आएगा और फिर उत्तर प्रदेश होते हुए आगे बढ़ेगा. इसलिए मैं कहता हूं कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अलग होकर रह ही नहीं सकते.
यूपी समाचार: बता दें कि पर्वतीय महापरिषद की ओर से 'वीर चंद्र सिंह गढ़वाली वीरता सम्मान' देश के प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) दिवंगत जनरल बिपिन रावत को दिया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह सम्मान दिवंगत जनरल बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत को प्रदान किया.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखंड वासियों को राष्ट्रभक्ति का परचम लहराने के लिए तैयार रहना होगा. जहां राष्ट्रभक्ति व राष्ट्रवाद की बात आएगी तो कोई भी नागरिक समझौता नहीं करेगा. यही जनरल बिपिन रावत व वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि भारत के पहले सीडीएस के रूप में जनरल रावत का इस कार्यक्रम में यहां कई बार आना हुआ. पूरा भारत उनके शौर्य, पराक्रम, रक्षा सेनाओं को समृद्ध और आधुनिक दृष्टि से दक्ष बनाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए सदैव कृतज्ञता प्रकट करता है.
उन्होंने कहा कि जनरल रावत की सेवाओं को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया है. उत्तराखंड उनकी जन्मभूमि होने के कारण पूरा भारत उन पर गौरव की अनुभूति करता रहा है.