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Ghosi Bypoll Result: सपा-भाजपा की लड़ाई में नोटा ने किया कमाल, सात प्रत्याशियों का पछाड़ा

Ghosi By-election Result : इंडिया और एनडीए गठबंधन के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा है घोसी उपचुनाव के नतीजे के लिए वोटों की गिनती…
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Ghosi By-election Result : इंडिया और एनडीए गठबंधन के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा है घोसी उपचुनाव के नतीजे के लिए वोटों की गिनती जारी है. अभी तक 14वें राउंड की काउंटिंग हो चुकी है जिसमें समाजवादी पार्टी के समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने भाजपा के दारा सिंह चौहान पर 19 हजार से ज्यादा वोटों से बढ़त बना ली है. अभी तक हुए मतगणना में सुधाकर सिंह को 54,963 वोट और दारा सिंह को 35,935 वोट मिले हैं. 14वें राउंड के मतगणना के बाद ही समाजवादी पार्टी को जीत की उम्मीद जगने लगी है. वहीं घोसी के दंगल में 10 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन नोटा ने 7 प्रत्याशियों को पछाड़ कर तीसरे नंबर पर कब्जा जमाया है. नोटा को 780 वोट मिले हैं.

नोटा ने सात प्रत्याशियों को पछाड़ा

बता दें कि 14वें राउंड के बाद सपा के सुधाकर सिंह 19, 028 वोटों से आगे हो गए हैं. सुधाकर सिंह को जहां 54,963 वोट मिले हैं तो वहीं भाजपा के दारा सिंह चौहान को 35,935 वोट ही मिल पाए हैं. वहीं तीसरे नंबर पर नोटा बरकरार है. नोटा को 14वें राउंड के बाद 780 वोट मिले हैं. वहीं चौथे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी विनय कुमार सिंह को 614 वोट मिले हैं. वहीं पांचवे नंबर पर जन अधिकार पार्टी के आलम को 586 वोट मिले हैं.

सपा-भाजपा में कांटे की लड़ाई

घोसी विधानसभा सीट पर 6 साल के भीतर चौथी बार चुनाव हुए हैं. दिलचस्प है कि PDA (पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यक) का नारा बुलंद करने वाली समाजवादी पार्टी ने क्षत्रिय बिरादरी के उम्मीदवार पर दांव लगाया है, जबकि बीजेपी की ओर से दलबदल के लिए चर्चित रहे दारा सिंह चौहान की प्रतिष्ठा दांव पर है. उत्तर प्रदेश के घोसी उपचुनाव में NDA और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के बीच पहला बड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है. घोसी में 50 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मंगलवार (पांच सितंबर) को उपचुनाव के लिए वोट डाला था. बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन के बाद राज्य में पहला चुनावी मुकाबला है.

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समाजवादी पार्टी (सपा) से 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था. वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौट आए थे और पार्टी ने उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए चुना था. उपचुनाव के लिए सपा ने सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा है.

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