
Ghosi bypoll: घोसी उपचुनाव की वोटिंग से पहले आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है. इस बीच समाजवादी पार्टी ने सोमवार को घोसी में प्रशासन के दोहरे रवैये अपनाने और सत्ताधारी दल यानी बीजेपी की मदद करने के कई आरोप लगाए. सपा की तरफ से यह भी दावा किया गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को मऊ में आने से रोक दिया गया है. बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव मऊ पुलिस अधीक्षक और पुलिस प्रेक्षक से मिलने के लिए आजमगढ़ से आ रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ही पुलिस ने फोन पर ही उनको यह सूचना दी की वह मिलने में असमर्थ हैं.
हालांकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय ने बताया कि पुलिस प्रेक्षक से दोपहर 1:00 बजे का समय मिलने के लिए लिया गया था. उसी के तहत वह उनसे मिलने के लिए आ रहे थे. इस बीच मऊ पुलिस प्रशासन द्वारा बहुत सारे लोगों को चुनाव के मध्य नजर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाल कार्ड जारी किया गया है. राजीव राय ने आरोप लगाया कि जानबूझकर सपा कार्यकर्ताओं को लाल कार्ड इश्यू किए जा रहे हैं, जबकि इसे जारी करने का एक नियम होता है.
वहीं पुलिस का दावा है कि चुनाव आयोग के निर्देशों के क्रम में मतदान के 24 घंटे पहले किसी भी ऐसे बड़े नेता को क्षेत्र में नहीं आना है, जिससे चुनाव प्रभावित हो सके. पुलिस ने कहा कि हमने किसी को रोका नहीं है, अगर ऐसा हुआ है, तो यह चुनाव आयोग के निर्देशों के क्रम में हुआ होगा.
राजीव राय बोले, सपा समर्थकों को जारी कर रहे लाल कार्ड
शिवपाल यादव के साथ पुलिस परीक्षक और एसपी से मिलने आ रहे हैं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि, ‘लगातार हमारे कार्यकर्ताओं की हर जगह से शिकायत आ रही है कि उन्हें लाल कार्ड इश्यू किया जा रहा है. लाल कार्ड इश्यू करने का एक क्राइटेरिया होता है, जिसका कोई अपराधी इतिहास किसी थाने में रहा हो उसे ही इश्यू होता है. उन कार्यकर्ताओं पर जिनपर कभी 151 का भी मुकदमा नहीं रहा है, लेकिन वह सपा समर्थक है इसलिए उनको कार्ड इशू करके पुलिस के कुछ अधिकारियों द्वारा धमकाया जा रहा है.’
इस पूरा मामले को लेकर मऊ के पुलिस अधीक्षक अभ्यास पांडे ने बताया कि, ‘उन्हें (शिवपाल यादव को) किसी के द्वारा रोका नहीं गया है. चुनाव आयोग के दिशा निर्देश स्पष्ट हैं कि मतदान समाप्ति के 48 घंटे पहले से कोई भी बाहर का विशेष कर ऐसे लोग जो मतदान को प्रभावित कर सकते हैं, उनको मतदान क्षेत्र में आने नहीं दिया जा सकता. उस संबंध में हो सकता है ऐसी कार्रवाई की गई होगी.’