
Ghosi Byelection: घोसी उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी और पांच सदस्य दल ने आज यानी शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयोग में पहुंचकर यूपी सरकार के खिलाफ प्रशासनिक अमले के दुरुपयोग की शिकायत की. सपा का आरोप कि भाजपा, शासन को दबाव में लेकर अपने चुनावी हितों की पूरा कर रही है, शासकीय मशीनरी से चुनाव को प्रभावित करती है.
आपको बता दें कि सपा राष्ट्रीय सचिव और पूर्व केबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी के साथ प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को ज्ञापन देकर कहा है कि घोसी विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
ज्ञापन में लगाए गए ये आरोप
ज्ञापन में कहा गया है कि बिजली विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों द्वारा सपा समर्थक मतदाताओं के घरों में जाकर बिजली चेंकिग की आड़ में भय पैदा करने का कार्य किया जा रहा है. ज्ञापन में भाजपा सरकार के मंत्रियों, नेताओं, पुलिस प्रशासन तथा बिजली विभाग के इंजीनियरों की कार्यशैली पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने तथा आदर्श आचार संहिता का कड़ाई के साथ पालन करवाकर स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक चुनाव सम्पन्न कराए जाने के की मांग की गई है.
अल्पसंख्यकों में डर का माहौल बनाया जा रहा है: सपा
ज्ञापन में शिकायत की गई है कि अल्पसंख्यक बाहुल्य आबादी की गलियों में जाकर पुलिस द्वारा घरों के सामने खड़ी बाईक, टैक्टर आदि को जबरन उठाकर पुलिस थाने में कस्टडी में किया जा रहा है. अल्पसंख्यकों में डर का माहौल बनाया जा रहा है जिससे कि अल्पसंख्यक मतदान में भाग न ले सकें.
‘यादव-मुस्लिम पुलिसवालों की ड्यूटी क्यों नहीं लगाई गई’
चौधरी ने कहा कि घोसी विधानसभा उपचुनाव में 15 पुलिस उपनिरीक्षक और 83 हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल तथा 50 महिला आरक्षियों की ड्यूटी दिनांक 2 सितम्बर 2023 से निर्वाचन सम्पन्न होने तक के लिए लगाई गई है, जिनमें यादव और मुस्लिम नहीं हैं. 15 पुलिस उपनिरीक्षक व 83 हेड कॉन्स्टेबल 50 महिला आरक्षियों की यह सूची भाजपा सरकार के मंत्रियों, नेताओं के इशारे पर बनाई गई है. इससे मतदान के दिन मतदान का प्रतिशत कम करने की साजिश की जा रही है. भाजपा की कार्य शैली से चुनाव प्रभावित हो रहा है.
ज्ञापन में कहा गया है कि घोसी विधानसभा क्षेत्र के कोपागंज थानाध्यक्ष अमित मिश्रा उत्पीड़न करके मतदाताओं को भयभीत कर रहे हैं. सपा समर्थक मतदाताओं से मतदान में भाग न लेने की हिदायत दे रहे हैं और पहले भी ज्ञापन देने के बावजूद उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.