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घोसी उपचुनाव: सपा के सुधाकर सिंह आज दाखिल करेंगे नामांकन, अखिलेश समेत ये नेता करेंगे प्रचार

Ghosi Byelection: उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को वोटिंग होनी है. इस उपचुनाव को परोक्ष रूप से सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच सीधे मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा ने दारा सिंह चौहान जबकि सपा ने सुधाकर सिंह को […]
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Ghosi Byelection: उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को वोटिंग होनी है. इस उपचुनाव को परोक्ष रूप से सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच सीधे मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा ने दारा सिंह चौहान जबकि सपा ने सुधाकर सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. आपको बता दें कि बुधवार को भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान ने अपना नामांकन दाखिल किया. वहीं, आज यानी गुरुवार को सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह अपना नामांकन दाखिल करेंगे.

मालूम हो कि चौहान विधानसभा चुनाव 2022 में इस सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते थे. वह पिछले महीने सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उपचुनाव की घोषणा होने के बाद भाजपा ने चौहान को ही अपना उम्मीदवार बनाया है.

सपा की ओर से अखिलेश समेत ये सब करेंगे प्रचार

आपको बता दें कि सपा ने निर्वाचन आयोग को एक लिस्ट सौंपी है, जिसमें उन नेताओं के नाम शामिल हैं जो घोसी उपचुनाव में सुधाकर सिंह के लिए प्रचार करेंगे. इस लिस्ट में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, सपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव आजम खान, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं.

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घोसी उपचुनाव क्यों है भाजपा और सपा के लिए महत्वपूर्ण?

गौरतलब है कि इस उपचुनाव के परिणाम का उत्तर प्रदेश विधानसभा में पार्टियों के संख्याबल पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा लेकिन भाजपा अगले लोकसभा चुनाव से पहले गैर-यादव अन्य पिछड़े वर्गों के बीच अपनी लोकप्रियता साबित करने के लिए घोसी सीट को सपा से छीनने की हर मुमकिन कोशिश करेगी. दूसरी ओर, सपा लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को झटका देने की कोशिश करेगी और राज्य में अपने मूल मतदाताओं को एक मजबूत संदेश देने का प्रयास करेगी.

प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 विधायक हैं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के क्रमशः 13 विधायक और छह विधायक हैं. भाजपा के नए सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधानसभा में छह विधायक हैं.

सपा के पास 108 विधायक हैं जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के पास नौ विधायक हैं. कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास 2-2 विधायक हैं, जबकि बसपा का एक विधायक है. विधानसभा में एक सीट (घोसी) खाली है.

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