
समाजवादी पार्टी के रथ से संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि इसी रथ में साल 2022 में मिले थे. लोक जागरण सम्मेलन और शिविर पूरे यूपी में चलेगा, जिससे आने वाले समय में समाज की चुनौतियों के बारे में पार्टी के कार्यकर्ता गांव-गांव तक पहुंचाने का प्रयास करें.
लखीमपुर खीरी जिले में मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कल मुलाकात की बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि सपा का गठबंधन को लेकर बहुत अच्छा अनुभव रहा है, लेकिन बसपा को अंबेडकरवाद और लोहियावाद से जोड़ेंगे.
महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सपा चीफ ने कहा कि अब बीजेपी क्यों बुल्डोजर नहीं चालवा रही है. सांसद के घर पर, ऐसे तो हर जगह बुल्डोजर पहुंच जाता है. अगर मुसलमान भाई का घर है तो उस पर बुल्डोजर जरूर चल जाएगा.
उन्होंने कहा कि लखीमपुर की पहचान किसान से थी. आज गूगल करिए तो इसकी पहचान थार गाड़ी से है. थार से किसानों को कुचल दिया. भाजपा सरकार को कोई परवाह नहीं है.
गौरतलब है कि साल 2021 में लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का किसानों द्वारा विरोध किए जाने के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी. एक थार गाड़ी ने चार किसानों को कुचल दिया था.
जाति जनगणना के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि जाति जनगणना होगी तो हमारी सरकार के पास जानकारी होगी कि किसको कितनी मदद करनी है, कौन कितना पीछे है.
उत्तर प्रदेश को फिर कार्यवाहक डीजीपी मिलने को लेकर सपा चीफ ने कहा,
“यूपी में लगातार कार्यवाहक डीजीपी इसलिए है, ताकि मनमुताबिक काम करवाया जा सके. हत्याएं कराई जा सकें.”
उन्होंने कहा कि लखनऊ और दिल्ली के जो डबल इंजन है वह आपस में टकरा रहे हैं. सीएम अपनी पसंद का डीजीपी नहीं बना पा रहे हैं. विपक्षी दलों की होने वाली बैठक को लेकर अखिलेश ने कहा कि जब भी पटना वाली बैठक होगी जरूर जाएंगे, बैठकों में सीखने को मिलता है.