
तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म को लेकर दिया गया बयान तीखी प्रतिक्रियाएं बंटोर रहा है. इसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर सियासी नेताओं तक की अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में अब मशहूर कवि कुमार विश्वास ने भी ट्वीट कर उदयनिधि स्टालिन और उनके बयान पर निशाना साधा है.
कुमार विश्वास ने ट्वीट में लिखा- “स्टालिन” के बच्चे भी अगर “हिटलर” की भाषा नहीं बोलेंगें तो कौन बोलेगा ? बाक़ी तो इतिहास ने उनका भी न्याय किया था तो इनका भी करेगा ही. बोलो सियावर रामचंद्र की जय. कुमार विश्वास के इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है.
“स्टालिन” के बच्चे भी अगर “हिटलर” की भाषा नहीं बोलेंगें तो कौन बोलेगा ? बाक़ी तो इतिहास ने उनका भी न्याय किया था तो इनका भी करेगा ही
बोलो सियावर रामचंद्र की जय#SanatanaDharma
ADVERTSIEMENT— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 4, 2023
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने जिसपर हो रहा बवाल?
पिछले दिनों तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की युवा इकाई के सचिव एवं राज्य के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर एक विवादित बयान दिया. उन्होंने सनातन धर्म को ‘समानता एवं सामाजिक न्याय’ के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि इन्हें समाप्त कर देना चाहिए.
स्टालिन के इस बयान के बाद बीजेपी ने उनपर हमला बोल दिया है. बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने उनके बयान को हेट स्पीच की संज्ञा दी है.
अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा,
‘राहुल गांधी ‘मोहब्बत की दुकान’ की बात करते हैं लेकिन कांग्रेस की सहयोगी द्रमुक के वारिस सनातन धर्म के उन्मूलन की बात करते हैं. कांग्रेस की चुप्पी ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी द्वारा इस जनसहांर के आह्वान का समर्थन है. अपने नाम के अनुरूप अगर उन्हें मौका दिया जाए तो वह भारत की हजारों साल की सभ्यता को जड़ से मिटा देंगे.’
Udhayanidhi Stalin’s hate speech with Hindi subtitles.
Rahul Gandhi speaks of ‘मोहब्बत की दुकान’ but Congress ally DMK’s scion talks about eradicating Sanatana Dharma. Congress’s silence is support for this genocidal call…
I.N.D.I Alliance, true to its name, if given an… https://t.co/hfTVBBxHQ5 pic.twitter.com/ymMY04f983
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 2, 2023
हालांकि जब बयान की आलोचना शुरू हुई, तो उदयनिधि स्टालिन ने ट्वीट करते हुए लिखा,
‘मैंने सनातन धर्म का अनुपालन करने वाले लोगों के जनसंहार का कभी आह्वान नहीं किया.’
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटता है. वहीं DMK प्रवक्ता श्रवणन अन्नादुरई ने भाजपा के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ नारे का जिक्र करते हुए जानना चाहा कि क्या इसका मतलब जनसंहार है.
बहरहाल, मामला चाहे जो भी हो उदयनिधि स्टालिन का यह बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. यूपी के भी अलग-अलग हिस्सों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है. वाराणसी में इस बयान के विरोध में अधिवक्ताओं द्वारा उदय निधि स्टालिन के पोस्टर पर कालिख पोती गई और पोस्टर को आग के हवाले कर दिया गया.