‘यूपी में का बा’ गाकर सुर्खियों में आई लोकगायिका नेहा सिंह राठौर इन दिनों खासा चर्चाओं में हैं. नेहा सिंह राठौर ने कानपुर देहात में हुए अग्निकांड को लेकर गाना गाया था. इस दौरान उनको यूपी पुलिस की तरफ से नोटिस भेजा गया था. इसी बीच नेहा सिंह राठौर के पति हिमांशु को दृष्टि आईएएस ने नौकरी से निकाल दिया था. इसको लेकर नेहा सिंह राठौर ने दृष्टि आईएएस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. अब इसी विवाद को लेकर दृष्टि आईएएस के विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी बात रखी है.
इंडिया टुडे ग्रुप के दी लल्लनटॉप से बात करते हुए दृष्टि आईएएस के विकास दिव्यकीर्ति ने कहा है कि नेहा सिंह राठौर जो काम कर रही हैं, हम उनका सम्मान करते हैं. हमारी संस्था भी उनका सम्मान करती है. विकास दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि हमारी संस्था में मनमानी तरीकों से फैसले नहीं लिए जाते हैं. यहां तक की अगर मैं भी किसी को हटाना चाहू तो नहीं हटा सकता. हमारे यहां नियमों और कायदों से ही सारा काम होता है.
‘ठोस आधार के बिना किसी को नहीं हटा सकते’
इंडिया टुडे ग्रुप के दी लल्लनटॉप से बात करते हुए विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “हमारी संस्था अपने किसी भी कर्मचारी को नहीं हटा सकती जबतक कि हमारे पास ठोस आधार न हो. कुछ कारण थे जिसके बाद हमने ये फैसला लिया था. ये फैसला हमारी टीम का था. मेरा इन चीजों में कम ही हस्तक्षेप रहता है.”
‘संयोग से फैसले के 1 दिन बाद ही आ गया नोटिस’
विकास दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि जिस दिन उनको नौकरी से निकाले जाने का फैसला हमारी टीम ने लिया उसके अगले दिन ही नेहा सिंह राठौर को पुलिस का नोटिस मिल गया. ये महज संयोग है कि दोनों चीजे एक साथ हो गईं.
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि कोई आरोप लगाना चाहे तो लगाए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री के पास इतना समय होगा कि वह इन चीजो में दखल देगा. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने किसी भी प्रकार का दवाब नहीं डाला है.
नेहा सिंह राठौर ने लगाया था ये आरोप
नेहा सिंह राठौर ने कहा था कि मैं क्यों न मानूं कि हिमांशु की नौकरी सरकारी दबाव में छीनी गई है. दृष्टि संस्थान का ये दावा पूरी तरह गलत है कि मुझे नोटिस मिलने से पहले ही हिमांशु को संस्थान से निकाल दिया गया था. मुझें 21 फरवरी को पुलिस का नोटिस मिला था तो वहीं हिमांशु ने अपना इस्तीफा 24 फरवरी को दिया था.