
उत्तर प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की मांग बढ़ने लगी है, अब खपत करीब 25 हजार मेगावाट से अधिक है। ऐसे में ग्रामीण और शहरी इलाके में करीब 1- 2 घंटे तक कटौती हो रही है तो लोकल फॉल्ट भी बढ़ गया है। कॉरपोरेशन ने मई के अंतिम सप्ताह और जून में 28 हजार मेगावाट तक खपत पहुंचने के मद्देनजर तैयारी शुरू की है लेकिन पिछले दिनों से उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में तापमान के बढ़ने से बिजली की समस्या भी बढ़ रही है। 23 मई 2023 को अधिकतम 25800 मेगा वाट की डिमांड रही जिसको पूरा किया गया। प्रदेश में बिजली की आपूर्ति से संबंधित कोई समस्या नहीं है जो भी समस्या है वह मेंटेनेंस और कर्मचारियों की कमी के चलते दिखाई देती है..