Kairana Lok Sabha Seat Voting : महिला पुलिस ने जब वोट डालने पहुंची बुर्कानशीं का उठवाया बुर्का फिर ये हुआ

आमिर खान

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Kairana Lok Sabha Seat Voting: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले फेज के लिए कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, सहारनपुर, पीलीभीत और रामपुर की 8 सीटों के लिए वोटिंग चल रही है. कैराना सीट पर इस वक्त कड़े मुकाबले की खबर है. यहां से बीजेपी के प्रदीप चौधरी, सपा और INDIA गठबंधन से इकरा हसन और बसपा के श्रीपाल राणा मैदान में हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी ने कैराना सीट के एक बूथ को लेकर बड़ा दावा कर दिया है. 

सपा ने लगाया आरोप

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान (UP Lok sabha election 2024 phase 1 voting) सपा ने शुक्रवार सुबह एक वीडियो ट्वीट किया है. इस वीडियो में कुछ बुर्कानशीं मुस्लिम महिलाएं दिख रही हैं, जो वोट डालने पहुंची हैं. सपा के दावे के मुताबिक यह वीडियो कैराना लोकसभा के कैराना नगर इस्लामिया इंटर कॉलेज का है. सपा ने आरोप लगाया है कि प्रशासन यहां जबरन मतदान की गति को प्रभावित कर रहा है. इस वजह से यहां पर बने बूथ में बहुत धीमी गति से मतदान चल रहा है. 

सपा की तरफ से ट्वीट किए गए इस वीडियो में महिला पुलिस की जवान, मुस्लिम महिलाओं की आइडेंटिटी चेक करते हुए भी नजर आ रही हैं. इसमें एक महिला का बुर्का उठा कर भी चेक करते हुए पुलिस को देखा जा सकता है. इस वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है. 

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कैराना का पूरा हाल समझिए

कैराना में इस वक्त दिलचस्प चुनाव चल रहा है. कैराना से सपा प्रत्याशी इकरा हसन इस वक्त सोशल मीडिया एक्स पर ट्रेंड कर रही हैं. इकरा ने दावा किया है कि कैराना से उनका रिश्ता पीढ़ियों का है. कैराना से सपा उम्मीदवार इकरा हसन ने यूपी Tak से खास बातचीत में कहा, "चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए. यह चुनाव सांप्रदायिक नहीं हैं. एक महिला उम्मीदवार के रूप में, मैं महिला शिक्षा पर बात करती हूं. सिर्फ मुस्लिम ही नहीं, जाट-राजपूत-सैनी-जाटव-कश्यप सभी मुझे वोट देंगे."

इकरा हसन ने आगे कहा, "बीजेपी परिवारवाद पर नहीं बोल सकती...मेरे परिवार को फर्जी मामलों में जेल भेज दिया गया था. इस बार कैराना या पश्चिमी यूपी में कोई मोदी लहर नहीं है. डमी उम्मीदवार मोदी जी के नाम के तहत विजेता के रूप में पेश नहीं किए जा सकते."

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आपको बता दें कि 2019 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के प्रदीप चौधरी ने सपा की तबस्सुम हसन को हराया था. प्रदीप चौधरी को 566,961 और तबस्सुम हसन को 4,74,801 वोट मिले थे. हालांकि 2018 में हुए उपचुनाव में यहां से आरएलडी के बैनर तले लड़ीं तबस्सुम हसन ने बीजेपी की मृगांका सिंह को हरा दिया था. इससे पहले 2014 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के हुकुम सिंह ने सपा के नाहिद हसन को हराया था. 2014 में भाजपा के हुकुम सिंह ने 5.65 लाख से अधिक वोटों और 50.6 प्रतिशत वोट शेयर से यह सीट जीती थी.
 

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